Mahindra & Mahindra Ltd: The Indian Multinational Giant-महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड: भारतीय बहुराष्ट्रीय दिग्गज
महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड (M&M), जिसे महिंद्रा ग्रुप के नाम से भी जाना जाता है, भारत की एक प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी है. इसका मुख्यालय मुंबई में स्थित है. कंपनी न सिर्फ वाहन बनाती है, बल्कि कई अन्य क्षेत्रों में भी अपना दबदबा रखती है, जिन्हें हम इस ब्लॉग में देखेंगे.
महिंद्रा एंड महिंद्रा का इतिहास (History of Mahindra & Mahindra)
महिंद्रा एंड महिंद्रा की स्थापना 1945 में “महिंद्रा एंड मोहम्मद” के नाम से हुई थी. कंपनी के संस्थापक थे – जानकीदास महिंद्रा और उनके बेटे – कैलाश चंद्र महिंद्रा और जगदीश चंद्र महिंद्रा. शुरुआत में कंपनी स्टील का व्यापार करती थी. 1947 में भारत के विभाजन के बाद, कंपनी का नाम बदलकर “महिंद्रा एंड महिंद्रा” कर दिया गया.
1949 में कंपनी ने विलिस जीप का लाइसेंस प्राप्त किया, जिसने भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग में क्रांति ला दी. आज, महिंद्रा दुनिया के सबसे बड़े ट्रैक्टर निर्माताओं में से एक है और कारों, यूटिलिटी वाहनों, ट्रकों और मोटरसाइकिलों सहित विभिन्न प्रकार के वाहनों का निर्माण करती है.
महिंद्रा की उपलब्धियां (Mahindra’s Achievements)
- भारत में सबसे बड़ी ट्रैक्टर निर्माता कंपनी (वाॅल्यूम के अनुसार) (Largest Tractor Manufacturer in India by Volume) – 2023 तक, महिंद्रा ने भारत में 60 लाख से अधिक ट्रैक्टर बेचे हैं (6 Million Tractors Sold in India)
- दुनिया की सबसे बड़ी ट्रैक्टर निर्माताओं में से एक (Top Tractor Manufacturer Globally) – दुनिया भर में हर साल लगभग 5 लाख महिंद्रा ट्रैक्टर बिकते हैं (Around 5 Lakh Mahindra Tractors Sold Globally Each Year)
- भारत की अग्रणी यूटिलिटी वाहन निर्माता कंपनियों में से एक (Leading Utility Vehicle Manufacturer in India) – महिंद्रा बोलेरो और स्कॉर्पियो भारतीय सड़कों पर राज करते हैं (Mahindra Bolero and Scorpio Rule Indian Roads)
- विदेशी बाजारों में भी मजबूत उपस्थिति (Strong Presence in International Markets) – अमेरिका, यूरोप और दक्षिण अफ्रीका सहित कई देशों में महिंद्रा की उपस्थिति है (Presence in Multiple Countries Including USA, Europe and South Africa)
महिंद्रा ग्रुप की कंपनियां (Companies of Mahindra Group)
महिंद्रा एंड महिंद्रा सिर्फ वाहन निर्माण तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका विस्तार कई अन्य क्षेत्रों तक फैला हुआ है. महिंद्रा ग्रुप की कुल मिलाकर 200 से अधिक कंपनियां हैं, जिनका वार्षिक कारोबार $20 बिलियन से भी ज्यादा है (Over 200 Companies with a Turnover of Over $20 Billion). महिंद्रा ग्रुप की कुछ प्रमुख कंपनियां निम्नलिखित हैं:
- ऑटोमोटिव (Automotive)
- महिंद्रा ट्रैक्टर्स (Mahindra Tractors)
- महिंद्रा बोलेरो (Mahindra Bolero)
- महिंद्रा स्कॉर्पियो (Mahindra Scorpio)
- महिंद्रा थार (Mahindra Thar)
- महिंद्रा XUV700 (Mahindra XUV700)
- महिंद्रा इलेक्ट्रिक (Mahindra Electric) (Electric Cars and Three-Wheelers)
- महिंद्रा टू-व्हीलर्स (Mahindra Two-Wheelers) (Motorcycles and Scooters)
- आइटी (IT) (Information Technology)
- टेक महिंद्रा (Tech Mahindra)
- महिंद्रा सिस्टम्स (Mahindra Systems) (Aerospace and Defence)
- वित्तीय सेवाएं (Financial Services):
- महिंद्रा सीजे फाइनेंशियल (Mahindra CIE Financial Services): ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में वित्तीय सेवाएं प्रदान करना (Provides Financial Services in Rural & Semi-Urban Areas)
महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड: शेयर संबंधी जानकारी (Shareholding Information)
महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड (M&M) एक भारतीय बहुराष्ट्रीय कंपनी है जो भारतीय स्टॉक एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध है. आइए, इसके शेयरों से जुड़ी कुछ तकनीकी जानकारी और शेयरधारिता विवरण देखें.
तकनीकी जानकारी (Technical Data)
- स्टॉक सिंबल (Stock Symbol): BSE पर – M&M और NSE पर – MAHINDRA
- मार्केट कैपिटलाइजेशन (Market Capitalization): लगभग ₹2 लाख करोड़ (₹2 Trillion) (31 मार्च, 2024 तक)
शेयरधारिता (Shareholding Pattern)
महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों का स्वामित्व विभिन्न संस्थाओं और व्यक्तियों के पास होता है. 31 मार्च, 2024 तक उपलब्ध जानकारी के अनुसार, शेयरधारिता का एक संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत है:
- प्रमोटरों की हिस्सेदारी (Promoter Holding): लगभग 40% (यह आंकड़ा समय-समय पर बदल सकता है)
- संस्थागत निवेशक (Institutional Investors): लगभग 35% (इसमें म्यूचुअल फंड, विदेशी संस्थागत निवेशक (FII), बीमा कंपनियां आदि शामिल हैं)
- सार्वजनिक शेयरधारिता (Retail Investors): लगभग 25% (यह व्यक्तिगत निवेशकों द्वारा प्रत्यक्ष रूप से रखे गए शेयरों को दर्शाता है)
नोट: शेयरधारिता का पैटर्न बदल सकता है और कंपनी को समय-समय पर स्टॉक एक्सचेंजों को यह जानकारी देनी होती है.